55 Best Hindi Language Statuses For WhatsApp and Facebook
- Viral Noax
- Aug 27, 2014
- 4 min read
अगर है गहराई तो चल डूबा दे मुझ को…… …………….समंदर नाकाम रहा अब तेरी आँखों की बारी है..!!
सब मुझसे कहते है, बदल गया हू मै. अब मै किस किस को समझाऊ कि, टूटे हुये पत्तो का रंग, अक्सर बदल जाता है…
बस जाते हैं दिल में इजाज़त लिए बगैर, वो लोग जिन्हें हम ज़िन्दगी भर पा नहीं सकते…..!!
“जिसे पूजा था हमने वो तो ख़ुदा ना हो सका हम ही इबादत करते करते फ़क़ीर हो गये…….!!
मरना ही है तो ऐसी मौत हासिल हो। के दुनियामें सबसे खूबसूरत हमारा कातिल हो..!!
शायद यही तो फकॅ हैं हम दोनो की सोच में, की,, तुम प्यार को मजाक समजती हो और हम मजहब! ।
खेल हमेशा बड़ा खेलना चाहिए ताकि पंगे ज्यादा हो. दंगे तो अपने आप हो जाते हे! मुझे बादशाह बनने का कोई शोक नहीं,अपने शोक पहेले से ही बादशाह की तरह हे !!!
आज वो बहुत दिनों बाद मुझसे मिली ! मैने पूछा कैसी हो ? वो अपने हाथों की मैहन्दी दिखा के रो पड़ी ।
मेरी फितरत में नहीं अपना गम बयां करना; अगर तेरे वजूद का हिस्सा हूँ तो महसूस कर तकलीफ मेरी!
खो जाओ मुझ में तो मालूम हो कि दर्द क्या है? ये वो किस्सा है जो जुबान से बयाँ नही होता!
देखो वो दरवाज़े पर दस्तक किसकी है ! अगर हुआ इश्क तो कहना यहाँ कोई नहीं रहता !
ये तो शौक है मेरा लफ्जो मे बयां करनेका ….नादान लोग हमे युं ही शायर समझ लेते है …..!!!
ये तो ज़मीन की फितरत है की , वो हर चीज़ को मिटा देती हे वरना , तेरी याद में गिरने वाले आंसुओं का ,अलग समंदर होता…!
जब मेरी नब्ज़ देखी हकीम ने तो कहा.. कोई जिन्दा है इसमें………………मगर ये मर चुका है !
अब तेरा नाम हथेलियों पर नहीं लिखते. कारोबार में सबसे हाथ मिलाना पड़ता है…!!
आज रोटी के पीछे भागता हु तो याद आता है मुझे रोटी खिलने माँ मेरे पीछे भागती थी….
वो ले गया समेट के अपने साथ प्यार महोब्बत और इश्क भी…… गम दर्द और मायूसी, अब इस दिल के नये किरायेदार है……
जनाब मत पूछिए हद हमारी गुस्ताखियों की, हम आईना ज़मीं पर रखकर आसमां कुचल दिया करते हैं।
वो आ रहे हैं वो आते हैं वो आ रहे होंगे शब ऐ फिराक ये कह के गुजार दी हमने
अब क्या फायदा बादल तेरे बरसने और गरजने का….? वो शख्स ही अपना ना रहा…. जो बिजली गरजने के डर से गले लग जाता था…..
वो याद करेगा जिस दिन मेरी मुहब्बत को ,,, वो रोएगा फिर से मेरा होने के लिए.. !!
मैंने भी दिल के दरवाजे पर चिपका दी है एक चेतावनी… “फ़ना होने का दम रखना, तभी भीतर कदम रखना ।।”
तुम किसी और से इश्क करलो हमें आमिर होने में थोडा वक़्त लगेगा
उनसे कहना कि किस्मत पे इतना नाज़ ना करें, हमने बारिश में भी जलते हुए मकान देखे !!
सौ बार मरना चाहा उनकी निगाहों में डूब के, वो हर बार निगाहें झुका लेते हैं, मरने भी नहीं देते।”
और कब तक खेलेगा तू मुझसे मेरे खुदा, अब तो अपना खिलौना बदल ले, या मैं खुदा बदल दूं..!!
खरीद लूँगा तुमसे, तुम्हारी सारी उदासियाँ ., सिक्के मेरे मिज़ाज के, जिस रोज चलेंगें …
दुश्मन और सिगरेट को जलाने के बाद…… उन्हे कुचलने का मज़ा ही कुछ और होता है……!!!
मेरे दिल से खेल तो रहे हो पर… जरा सम्हल के, टूटा हुआ है कहीं लग ना जाए .!!
न मैं शायर हूँ, न मेरा शायरी से कोई वास्ता.. बस एक शौक बन गया है, तेरी यादों को बयां करना।..
लिखना तो ये था कि खुश हूँ तेरे बगैर भी, पर कलम से पहले…….. आँसू कागज़ पर गिर गया ।
किसी ने कहा आपकी आँखे बड़ी खूबसूरत है, मैने कह दिया कि, बारिश के बाद अक्सर मौसम सुहाना हो जाता है
“सबके कर्ज़े चुका दूं मरने से पहले,,ऐसी मेरी नीयत है,, मौत से पहले तू भी बता दे,,ज़िन्दगी तेरी क्या क़ीमत है “!
ओ सब कुछ लुट कर ले जाने वाले कुछ नींद उधार दे दे हमको !!
ए इश्क…मुझको कुछ और जख्म चाहियें…!!! अब मेरी शायरी में वो बात नहीं रही…!!
लफ़्ज़ों से फतह करता हूँ लोगो के दिलों को, में ऐसा बादशाह हूँ ,जो कभी लश्कर नहीं रखता.. !!
तेरे दीदार को मेरे आँसू भी तरसते है मुझ से नहीं कहते, तुझे धुंद ने वो खुद ही निकल्ल्ते है
कितनी अजीब है मेरे अन्दर की तन्हाई भी. हजारो अपने है मगर याद तुम ही आते हो.!!
आज अजीब किस्सा देखा हमने खुदखुशी का, एक शख्स ने ज़िन्दगी से तंग आकर……. महोब्बत कर ली ।
तेरी सूरत को जब से देखा है, “मेरी आँखों” पे लोग मरते हैं !!
बड़ी गुस्ताख है तेरी यादें, इन्हें तमीज सिखा दो| दस्तक भी नहीं देती, और दिल में उतर आती हैं|
क़यामत है तेरा यूँ बन सँवर के आना, हमारी छोड़ो, आईने पे क्या गुज़रती होगी…
मेने तो सिर्फ अपनि मौत की अफवाह ऊडाइ थी यारो, दुश्मन भि कह उठा आदमी अच्छा था !!
ये न पूछ की शिकायतें कितनी है तुझसे-ए-ज़िन्दगी… सिर्फ ये बता की तेरा कोई और सितम बाकि तो नहीं…..
सुन कर ग़ज़ल मेरी, वो अंदाज़ बदल कर बोले, कोई छीनो कलम इससे, ये तो जान ले रहा है…….!!
हर चीज़ “हद” में अच्छी लगती हैं—–!! मगर तुम हो के “बे-हद” अच्छे लगते हो—–!!
मिलती ही नहीं मुझे ग़म-ए-दुनिया के लिए फुर्सत, सोयें तो ख्वाब उनके, जागें तो ख्याल उनके ।
खेरात में मिली हुई खुशी हमे पसंद नही है क्यूंकि हम गम में भी नवाब की तरह जीते है…!!!-
दादागिरी तो हम मरने के बाद भी करेंगे , लोग पैदल चलेगे और हम कंधो पर…!!
महसूस जब हो कि सारा शहर आपसे जलने लगा है, समझ लेना आपका नाम भी चलने लगा है..
बस के कन्डक्टर सी हो गयी है जिन्दगी…. सफ़र भी रोज़ का है और जाना भी कहीं नहीं,…….
हर धड़कते पत्थर को, लोग दिल समझते हैं, उम्र बीत जाती है, दिल को दिल बनाने में…!!
मुहब्बत तो दिल देकर की जाती है मेरे दोस्त, चेहरा देखकर तो लोग सौदा करते हैँ।
अपने कदम के निशान मेरे रास्तो से हटा दे कही ये न हो कि मैं चलते चलते तेरे पास आ जाउ
बोतल पे बोतल पीने से क्या फायदा, मेरे दोस्त, रात गुजरेगी तो उतर जाएगी, पीना है तो सिर्फ एक बार किसी की बेवफाई पियो, प्यार की कसम, उम्र सारी नशें में गुजर जाएगी.
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